A Review Of सोयाबीन के तेल के फायदे



विस्तार से जानकारी हेतु देखें उपयोग की शर्तें

आंतों में पाए जाने वाले बिफीडो बैक्टीरिया के लिए लाभदायक

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सोयाबीन का तेल है रजोनिवृत्ति के दौरान उपयोगी - Soybean ka tel hai rajonivartti ke douran upyogi

सोयाबीन में कई तरह के विटामिंस, मिनरल्‍स और प्रोटीन मौजूद होते हैं जो डायबिटीज को नियंत्रित, वजन घटाने और दिल को दुरुस्‍त रखने में मदद करते हैं। सोयाबीन नींद से जुड़े विकारों और पाचन में भी सुधार लाता है। सोयाबीन को कच्‍चा नहीं खाना चाहिए।

हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने के लिए भी सोयाबीन तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है.

सोयाबीन का सेवन अधिक मात्रा में करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

सोयाप्रोटीन के एमीगेमिनो अम्ल की संरचना पशु प्रोटीन के समकक्ष होती हैं। अतः मनुष्य के पोषण के लिए सोयाबीन उच्च गुणवत्ता युक्त प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत हैं। कार्बोहाइडेंट के रूप में आहार रेशा, शर्करा, रैफीनोस एवं स्टाकियोज होता है जो कि पेट में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीवों के लिए लाभप्रद होता हैं। सोयाबीन तेल में लिनोलिक अम्ल एवं लिनालेनिक अम्ल प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये अम्ल शरीर के लिए आवश्यक वसा अम्ल होते हैं। इसके अलावा सोयाबीन में आइसोफ्लावोन, लेसिथिन और फाइटोस्टेरॉल रूप में कुछ अन्य स्वास्थवर्धक उपयोगी घटक होते हैं।

सोयाबीन के बीजों की सब्जी बनाई जा here सकती है।

सोयाबीन का तेल कई आवश्यक पोषक तत्व से भरपूर होता है, यह शाकाहारी आहार और शाकाहारियों के लिए एक अच्छा तेल है। मांस न खाने वाले लोगों में अक्सर एनीमिया एक आम बीमारियों में शामिल है। यह खाने में आयरन की कमी के कारण, कमजोरी और अन्य प्रकार के विकारों को जन्म देती है। सोयाबीन का तेल आयरन से भरपूर होता है, और इस तेल को रोज खाने में प्रयोग करने से यह आपको आयरन में मौजूद सारे महत्वपूर्ण तत्वों को प्रदान करने में मदद करेगा।

डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर लेवल को सही लेवल पे बनाये रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है

सोयाबीन के तेल के स्वास्थ लाभ नीचे उल्लेखित सेब के सबसे अच्छे स्वास्थ्य लाभ हैं

सोयाबीन के तेल में विटामिन ई की भरपूर मात्रा एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करती है। साथ ही त्वचा को मुक्त कणों के कारण होने वाले नुकसान से बचाती है। विटामिन ई त्वचा के कालेपन में सुधार, मुंहासे के निशान को कम करने, सनबर्न से त्वचा की रक्षा और उपचार करके नई त्वचा कोशिकाओं को बनने में मदद करती है।

इस तेल से वाइट ब्लड सेल्स में इजाफा होता है और शरीर नई एंटीबोडीज बनाता है जो बैक्टीरिया और वायरस को मारने का काम करते हैं. 

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